वास्तव में आज हम समझ ही नहीं पा रहे क्या गलत क्या सही है ? वास्तव में आज हम समझ ही नहीं पा रहे क्या गलत क्या सही है ?
वो भूल गई कि ये सब एक नाटक था मोनू को सबक सिखाने के लिए वो भूल गई कि ये सब एक नाटक था मोनू को सबक सिखाने के लिए
उसने ठान लिया था कि अब कोई भगवानदीन भग्गू बनने पर मजबूर नही होगा। उसने ठान लिया था कि अब कोई भगवानदीन भग्गू बनने पर मजबूर नही होगा।
जिस दिन रिया ने मीरा को चपत लगाई कि रोते हुए सोनी का उसने ख़याल नहीं रखा । जिस दिन रिया ने मीरा को चपत लगाई कि रोते हुए सोनी का उसने ख़याल नहीं रखा ।
लड़के दिन में उसी होटल में काम करते, वहीं खाते, शाम को वहीं पढ़ते और रात को वहीं सोते। लड़के दिन में उसी होटल में काम करते, वहीं खाते, शाम को वहीं पढ़ते और रात को वहीं स...
किसन ने लिखा "मेरी माँ" किसन ने लिखा "मेरी माँ"